पटना के जिला भू-अर्जन विभाग के बैंक अकाउंट से फर्जीवाड़ा कर 11 करोड़ 73 लाख 12 हजार 721 रुपए के RTGS करने की कोशिश के मामले में बड़े स्तर पर पड़ताल चल रही है। पटना पुलिस इस मामले में तेजी से जांच कर रही। कोटक महिंद्रा बैंक के गांधी मैदान ब्रांच के मैनेजर अभिषेक राजा सहित कई स्टाफ पटना पुलिस की रडार पर हैं। शनिवार की सुबह से बैंक मैनेजर और कई स्टाफ को गांधी मैदान थाना में बुलाकर रखा गया है। एक-एक कर सब सभी से पूछताछ की जा रही है। DSP टाउन सुरेश कुमार भी थाना पहुंच चुके हैं, पटना पुलिस के सीनियर अधिकारियों के निर्देश पर सबकुछ चल रहा है। पुलिस की ये पूछताछ अभी लंबी चलने की संभावना है। मामले की गंभीरता को देखते हुए कोटक महिंद्रा बैंक के रीजनल और जोनल ऑफिस के अधिकारी भी थाना पर पहुंच गए हैं।
फर्जी तरीके से रकम निकासी की आ रही बात
कोटक महिंद्रा के गांधी मैदान ब्रांच से 2 जनवरी को 11.73 करोड़ की राशि RTGS करने गए शुभम गुप्ता को गिरफ्तार किया गया था। उसने जिला भू-अर्जन पदाधिकारी पंकज पटेल जाली सिग्नेचर किया था। 3 जनवरी को इस मामले का खुलासा भास्कर ने अपनी खास रिपोर्ट के जरिए किया था। अब इस मामले में एक चौंकाने वाली बात सामने आ रही है। सोर्स की मानें तो कोटक महिंद्रा बैंक के पटना में ही दूसरे ब्रांच से बड़ी रकम की निकासी हो चुकी है। यह रकम करोड़ों में होने की आशंका है। इस रकम की निकासी में भी चेक क्लोन या जाली सिग्नेचर करके फर्जी RTGS किये जाने की बात सामने आ रही है। हालांकि इस प्वाइंट पर पटना पुलिस के अधिकारी अभी कुछ नहीं कह रहे हैं।
सुमित की बिगड़ी तबियत
11.73 करोड़ के मामले में जब शुभम गुप्ता पकड़ा गया था, उसके बाद ही सुमित नाम के बैंक स्टाफ के नाम सामने आया था, जो गांधी मैदान ब्रांच में सविर्स डिलीवरी ऑफिसर है। पूछताछ के लिए इसे भी आज थाना बुलाया गया था, लेकिन पुलिस के सामने इसकी बोलती बंद हो गई। पूछताछ के दौरान सुमित की तबियत बिगड़ गई, उसे इलाज के लिए बेली रोड स्थित एक बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है।
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