तीनों नगर निगमों के कर्मचारियों ने गुरुवार को एलजी हाउस पर प्रदर्शन किया। उन्होंने पूर्ण रुप से हड़ताल पर जाने का एलान किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पिछले 5 महीने से कर्मियों को वेतन व सेवानिवृत कर्मियों को 6 माह से पेंशन न मिलने के कारण भारी रोष है।
27 पेंशनधारियों व 28 कर्मचारियों की मृत्यु हो चुकी है। हजारों परिवार भुखमरी के कगार पर खड़े है और कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कंफेडरेशन ऑफ एमसीडी इम्प्लाइज यूनियन के संयोजक एपी खान ने बताया कि एलजी हाउस पर प्रदर्शन इसलिए किया गया है कि वो दिल्ली के प्रशासक है। उनके अधीन दिल्ली सरकार एवं तीनों निगम है और केंद्र के नियोक्ता है।
इसलिए उप-राज्ययपाल को ज्ञापन देते हुए उनकी सयुंक्त सचिव के सामने प्रतिनिधि ने अपना पक्ष रखते हुए बताया है की गुरुवार से वेतन, पेंशन न मिलने के कारण लाखों कर्मी पूर्ण काम बंद असहयोग आंदोलन हड़ताल पर रहेंगे। जब तक वेतन, एरियर व पेंशन का स्थाई समाधान नहीं निकलता तब तक हड़ताल व असहयोग आन्दोलन जारी रहेगा। 10 कर्मचारियों व 1 पेंशनधारी कर्मी ने सांकेतिक गिरफ्तारी भी दी।
वेतन मिलने तक झाडू उल्टा रखा रहेगा
सफाई विभाग के नेता संतलाल चावरिया ने कहा है आज से कोई भी सफाई कर्मी अपने क्षेत्र में सफाई नहीं करेगा। जब तक वेतन नहीं मिलेगा सफाई कर्मियों का झाडू उल्टा रखा रहेगा व असहयोग रहेगा। चतुर्थ श्रेणी कर्मी भी अपने अपने विभागों मे असहयोग करेंगे बागवानी विभाग भी हड़ताल पर रहेगा।
हड़ताल से महामारी फैलने की आशंका
हड़ताल के कारण दिल्ली की सफाई व्यवस्था बेहद खराब होगी। जिससे महामारी फैलने की आशंका रहेगी। टीकाकरण प्रभावित होगा, निगम के सभी विभागों में काम ठप्प रहेगा। बच्चों की आन लाईन शिक्षण कार्य प्रभावित होगा, दिल्ली नगर निगम की पूरी व्यवस्था पूर्णतया ठप्प हो जाएगी। कंफेडरेशन के वर्किंग कमेटी के सदस्य रामनिवास सोलंकी ने दिल्ली के उप-राज्यपाल व हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश मे मांग की है की जल्द से जल्द स्वयं संज्ञान लेकर इस वेतन पेंशन समस्या के स्थाई हल के लिए विशेष कदम उठाएं।
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