भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) को पत्र लिखकर ब्रिस्बेन में होने वाले चौथे टेस्ट के लिए क्वारैंटाइन प्रोटोकॉल में राहत की मांग की है। BCCI ने कहा है कि टीम इंडिया सख्त क्वारैंटाइन नियमों से तंग आ चुकी है और ब्रिस्बेन टेस्ट को जारी रखने के लिए छूट देनी ही होगी। चौथा टेस्ट 15 जनवरी से खेला जाएगा।
गुरुवार को BCCI एग्जीक्यूटिव ने CA के हेड अर्ल एडिंग को पत्र लिखकर टूर से पहले साइन किए गए MoU की भी याद दिलाई। उन्होंने लिखा कि MoU में दो शहरों में 2 सख्त क्वारैंटाइन नियमों के पालन को लेकर कोई बात नहीं कही गई थी।
MoU में 2 सख्त क्वारैंटाइन को लेकर कोई बात नहीं
BCCI के एक सीनियर अधिकारी ने एजेंसी को बताया कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से बात की जा रही है। इसके साथ ही उन्हें टीम इंडिया के खिलाड़ियों को रिलेक्सेशन देने के लिए एक पत्र भी लिखा गया है। अगर उन्हें ब्रिस्बेन टेस्ट खेलना है, तो उन्हें इसे मंजूर करना ही होगा। टीम इंडिया ने पहले ही सिडनी में एक सख्त क्वारैंटाइन प्रोटोकॉल का पालन कर लिया है।
भारतीय खिलाड़ियों को टीम मीटिंग की इजाजत मिले
अधिकारी ने कहा, ‘BCCI ने CA से खिलाड़ियों को होटल में एक-दूसरे के कमरे में जाने की इजाजत देने की मांग की है। IPL में भी इसे फॉलो किया गया था। इसके साथ ही भारतीय खिलाड़ियों को एक-दूसरे के साथ खाना खाने और टीम मीटिंग करने की इजाजत भी दी जाए।’
नियमों में छूट की बात लिखित में दे क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया
अधिकारी ने बताया कि नियमों की छूट की बात उन्हें लिखित में दिया जाए। टीम इंडिया IPL स्टाइल में बायो-बबल चाहती है। सिडनी में खेले जा रहे मौजूदा टेस्ट में क्वारैंटाइन नियमों के मुताबिक भारतीय खिलाड़ियों को मैच के बाद सीधे होटल जाने के लिए कहा गया है।
IPL के बाद टीम इंडिया को सख्त क्वारैंटाइन से गुजरना पड़ा था
IPL के बाद UAE से सिडनी पहुंची टीम इंडिया को उस वक्त भी सख्त क्वारैंटाइन नियमों का पालन करना पड़ा था। टीम के खिलाड़ियों को एक-दूसरे के कमरे में जाने की इजाजत तक नहीं दी गई थी। इसकी निगरानी के लिए फ्लोर पर सिक्योरिटी ऑफिसर भी तैनात किए गए थे। वहीं, तीसरे टेस्ट में भी टीम इंडिया को सख्त क्वारैंटाइन नियमों का पालन करना पड़ रहा है।
क्वींसलैंड में एक फ्लोर से दूसरे फ्लोर जाने की इजाजत नहीं
क्वींसलैंड में प्रोटोकॉल के मुताबिक टीम इंडिया के प्लेयर्स को क्वारैंटाइन के दौरान एक फ्लोर पर स्थित खिलाड़ियों से ही मिलने की इजाजत होगी। प्लेयर्स दूसरे फ्लोर पर नहीं जा सकते। मेडिकल टीम को भी एक फ्लोर से दूसरे फ्लोर पर जाने की इजाजत नहीं होगी।
ब्रिस्बेन को लेकर BCCI फैसला लेगा
वहीं बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में टीम इंडिया के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने मामले को लेकर कहा था कि BCCI और टीम मैनेजमेंट इस पर फैसला लेगी। रहाणे ने कहा कि सिडनी में प्लेयर्स को सख्त कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना पड़ रहा है। जबकि बाहर आम जीवन काफी सामान्य है। ऐसे में कुछ चुनौतियां हैं, लेकिन टीम का ध्यान मैच पर है।
चिड़ियाघर के जानवरों की तरह बर्ताव से परेशान टीम इंडिया
वहीं BCCI के एक अधिकारी ने क्रिकेट वेबसाइट क्रिकबज को बताया था कि टीम इंडिया के प्लेयर्स चिड़ियाघर में रखे गए जानवरों की तरह किए जा रहे बर्ताव से परेशान हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि यह अजीब बात है, 20 हजार दर्शकों को स्टेडियम में जाने की इजाजत है और खिलाड़ी क्वारैंटाइन हैं।
अधिकारी ने कहा था, ‘भारतीय खिलाड़ियों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव है। ऐसे में टीम इंडिया के प्लेयर्स के साथ भी ऑस्ट्रेलिया के नागरिकों की तरह ही बर्ताव किया जाना चाहिए। हम सभी प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए तैयार हैं।’
Be First to Comment