रंगदारी, मारपीट एवं धमकी जैसे मामलों में वांछित निरसा के बरवाडीह निवासी निमाई सिंह की गिरफ्तारी के बाद पुलिस बल पर हमला कर उसे जबरन छुड़ा लिया गया। घटना बुधवार की सुबह की है। एमपीएल ओपी प्रभारी वसीम अनवर खान ने पुलिस टीम के साथ निमाई को उसके घर के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के दौरान निमाई ने पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई की। टीम जब उसे अपने साथ ले जा रही थी, इसी दौरान बरवाडीह मोड़ गणेश स्थान के समीप 50 से अधिक महिला-पुरुषों ने लाठी-डंडे से पुलिस बल पर हमला कर निमाई को छुड़ाकर भगा दिया।
इस दौरान महिलाओं ने पुलिसकर्मियों को नाखून एवं दांतों से काटे। हमले में एमपीएल ओपी प्रभारी वसीम अनवर खान एवं निरसा थाना के एएसआई संतोष कुमार घायल हो गए। बाद में पहुंचे अतिरिक्त बल ने निमाई के साथी राजू लोहार के घर से पुलिस ने रंगदारी में वसूले गए लगभग 200 लीटर डीजल एवं भारी मात्रा में लाठी-डंडे बरामद किए। बरवाडीह मोड़ स्थित एक गुमटी से भी पुलिस ने 50 से अधिक लाठियां जब्त कीं। निमाई को छुड़ाने व पुलिस पर हमले के आरोप में शंकर लोहार को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने निमाई सहित उनके साथियों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करेगी।
पूर्व में भी पुलिस पर हमला कर भागा था निमाई सिंह
वर्ष 2017 में तत्कालीन निरसा थाना प्रभारी रामेश्वर उपाध्याय ने एमपीएल के समीप स्थित पेट्रोल पंप में हमला एवं लूट का प्रयास किए जाने के मामले में पेट्रोल पंप परिसर से निमाई सिंह को धर दबोचा था। उस दौरान भी समर्थकों ने पुलिस पर हमला कर उसे छुड़ा लिया था। हालांकि बाद में पुलिस ने निमाई सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। 2 अगस्त 2015 को एमपीएल के विस्थापितों के समर्थन में धरने के दौरान निमाई सिंह ने झामुमो नेता अशोक मंडल पर जानलेवा हमला किया था। वहीं जून 2018 में एमपीएल में आंदोलन के दौरान निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता के रिश्तेदार व समर्थकों पर भी हमला किया था।
निमाई सिंह पर संगीन आरोपों पर कई मामले दर्ज हैं। गिरफ्तारी के बाद उसे छुड़वाने के लिए पुलिस पर हमले का वीडियो एवं फोटो उपस्थित पुलिसकर्मियों के मोबाइल पर है। सभी लोगों को चिह्नित कर उन पर कार्रवाई की जाएगी।
विजय कुमार कुशवाहा, एसडीपीओ, निरसा
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