कोरोना काल में नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाली एक महिला को पुलिस ने अरेस्ट किया है। आरोपी महिला की पहचान विशाखा गुलाटी (48) है, जिसने एमबीए किया हुआ है। पुलिस ने इस केस में ग्यारह फर्जी आईडी जब्त की है, जो इस महिला ने पीड़ितों के नाम जारी कर दी थी।
इसके झांसे में आकर धोखा खाने वाले आठ लोगों ने सरिता विहार थाने पहुंच मामले की शिकायत दी थी, जिसके बाद पुलिस ने इस महिला के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की। डीसीपी साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक आरपी मीणा ने बताया 24 नवंबर को मदनपुर खादर क्षेत्र निवासी विजय ने पुलिस को आरोपी महिला के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी, जिसमें उसने बताया वह इस महिला से सुनंदा नाम की एक अन्य पीड़िता के जरिए मिला था। इस महिला ने कहा था वह एसडीएम सरिता विहार के अधीन काम करती है।
कोरोना की वजह से नौकरियों की प्रक्रिया नहीं चल रही है। इस काम का जिम्मा वर्तमान में दिल्ली सरकार को मिला हुआ है। बकायदा, उसे विश्वास में लेने के लिए इस महिला ने अपना आईकार्ड, नियुक्त पत्र तक उन्हें दिखा दिया। महिला ने उसे भी नौकरी दिलाने का ऑफर दिया। उससे शैक्षणिक प्रमाण पत्र, आधार कार्ड जैसे दस्तावेज मांगे। बदले में प्रति व्यक्ति नौकरी के तेरह हजार रुपए की मांग की।
यह रकम उसने गूगल या फोन पे के जरिए अपने और पिता के अकाउंट में डलवा ली। रकम लेने के बाद महिला ने उसने नियुक्ति पत्र और पहचान पत्र भी पीड़ितों को दे दिए। नौकरी होम, डाटा एंट्री ऑपरेटर, असिस्टेंट मैनेजर अकाउंट और फाइनेंस पोस्ट की थी।
कुछ समय बाद उन्हें नौकरी ज्वाइन करने के लिए भी कहा दिया और कुछ को कहा कि वे घर से ही काम करें। बाद में पीड़ित लोगों को अहसास हुआ कि वे ठगी का शिकार हो चुके हैं। सरिता विहार की रहने वाली आरोपी महिला इन दिनों इग्नू से पीजी कर रही है। उसके पिता एक नामी कंपनी में प्रेसिडेंट के तौर पर रिटायर हो चुके हैं।
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