कोरोना वैक्सीन देने के लिए शुक्रवार काे राज्य के 114 स्वास्थ्य संस्थानों पर ड्राई रन अभियान चलाया गया। पटना में पीएमसीएच, एनएमसीएच, पारस एचएमआरआई और खगौल स्थित मध्य बालिका विद्यालय में ड्राई रन किया गया। सभी जगहों पर दो घंटे में 25-25 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन देनी थी। सुबह 11 बजे प्रक्रिया शुरू हुई।
वैक्सीन लेने वाले स्वास्थ्यकर्मी थे, जिन्हें इसके लिए मैसेज दिया गया था। जायजा लेने के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार पहुंचे। उन्होंने काफी बारीकी से प्रक्रिया का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत सामुदायिक सुरक्षा के मद्देनजर पटना समेत राज्य के अन्य जिलों में ड्राई रन का आयोजन किया गया है।
इसके लिए स्वास्थ्य कर्मियों को ट्रेनिंग दी गई है और जरूरत पड़ी तो और ट्रेनिंग देने की व्यवस्था की जाएगी। वैसे टीकाकरण की पूरी तैयारी है। वैक्सीन उपलब्ध होते ही वैक्सीनेशन शुरू कर दिया जाएगा। इसे अभियान रूप में लिया गया है।
उन्होंने कहा कि संभवत: यह आखिरी ड्राई रन है। अब और ड्राई रन की जरूरत नहीं होगी। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक फिलहाल पीएमसीएच में करीब 3500 स्वास्थ्यकर्मियों को चार दिन के अंदर वैक्सीन देने की योजना बनी है। यानी प्रतिदिन एक हजार स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन देने का लक्ष्य रखा गया है।
ऐसे चला ड्राई रन
सुबह 11 बजे: पहले गार्ड थर्मल स्क्रीनिंग करता है। सूची में नाम देखकर डाटा ऑपरेटर के पास भेज देता है। यहां जांच के बाद टीका लेने वाले को प्रतीक्षा कक्ष में भेज दिया जाता है।
11:02 बजे: प्रतीक्षा कक्ष में बैठने की व्यवस्था की गई है। क्षमता के अनुसार ही प्रवेश दिया जाता है। पहुंचने पर एक मिनट के अंदर ही वैक्सीनेशन कक्ष में बुलावा आता है।
11:03 बजे: वैक्सीनेशन कक्ष में आते ही टीकाकर्मी बैठने को कहती है और वैक्सीन लगा देती है। वैक्सीन देने की प्रक्रिया में डेढ़ से दो मिनट का समय लगता है। इसके बाद अवलोकन कक्ष में आधा घंटा ठहरने के कहा जाता है।
Be First to Comment