कोरोना की वैक्सीन भागलपुर में जल्द आएगी। इसकी तैयारियां तेज हो गई हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को सदर अस्पताल, हुसैनाबाद पीएचसी व मंगलम हॉस्पिटल में ड्राय रन होगा। इसमें सब कुछ वैक्सीन लगने जैसा ही होगा..बस नहीं होगी तो वैक्सीन। इसकी नकल होगी। पूरे जिले की नजर कोरोना वैक्सीन पर है।
ऐसे में जब वैक्सीन स्वास्थ्य अमले को मिलेगी, तब कोई दिक्कत न हो, इसलिए ड्राय रन हो रहा है। सदर अस्पताल में सीएस डॉ. विजय कुमार सिंह रहेंगे तो डीआईओ डाॅ. मनाेज चाैधरी हुसैनाबाद पीएचसी व डीपीएम माे. फैजान मंगलम हाॅस्पिटल में ड्राय रन के दाैरान रहेंगे। गुरुवार काे सीएस ने टीम के साथ सदर अस्पताल के वैक्सीनेशन सेंटर का मुआयना कर दो टीमें उक्त दोनों अस्पतालों में भेजे।
तीनों अस्पतालों में व्यवस्था देख शाम में अफसरों-कर्मचारियों को ड्राय रन की ट्रेनिंग दी। इस दौरान डीआईओ डाॅ. चाैधरी, डीपीएम माे. फैजान, अस्पताल प्रभारी डाॅ. एके मंडल, हेल्थ मैनेजर जावेद मंजूर करीमी, यूनिसेफ व डबल्यूएचओ की टीम भी माैजूद थी। बताया जा रहा है कि सदर अस्पताल में ड्राय रन में डीएम भी रहेंगे।
इधर, देर शाम स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने वीसी से तैयारी की जानकारी ली है। उप-नगर आयुक्त प्रफुल्लचंद्र यादव से भी कहा, कि निगम के 1300 कर्मचारियाें की सूची बनाएं। दूसरे चरण में उक्त कर्मचारियों को वैक्सीन लगेगी।
क्या है ड्राई रन
वैक्सीन देने की प्रक्रिया का मॉक ड्रिल ही ड्राय रन है। इसमें असली वैक्सीन लगाने का रिहर्सल होगा। सिर्फ कोरोना वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। सबसे पहले डमी वैक्सीन कोल्ड स्टोरेज से निकलकर वैक्सीनेशन सेंटर तक पहुंचेगी। सेंटर पर भीड़ का मैनेजमेंट होगा। इस बीच लोगों की सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने की कोशिश होगी। इसका लाइव टेस्ट होगा। वैक्सीनेशन की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जांच भी होगी।
इस तरह लगेगी आपको वैक्सीन
- सुबह 11 बजे ड्राय रन की शुरुआत होगी। वैक्सीन को कोल्ड चेन से लाया जाएगा। अस्पताल प्रभारी के नंबर पर मैसेज भेजकर बताया जाएगा कि किसे वैक्सीन देना है।
- वैक्सीनेशन की टाइमिंग चेक होती रहेगी। इसके लिए कंट्रोल रूम बना है।
- वैक्सीन लगवाने वाले की हेल्थ जांच होगी। सैनिटाइजेशन होगा। वैक्सीन लगने के बाद ऑब्जर्वेशन में भी रखा जाएगा।
- रजिस्टर्ड नंबर पर 4 मैसेज आएंगे। पहला मैसेज कन्फर्मेशन का, दूसरे में वैक्सीनेशन की जगह, तिथि व समय होगा। तीसरा मैसेज पहले डोज के बाद आएगा। इसमें अगले डोज की सूचना होगी। दूसरे डोज के बाद चौथे मैसेज में डिजिटल सर्टिफिकेट होगा।
- वैक्सीन लगवाने जब लोग जाएंगे तो वहां वैक्सीन ऑफिसर होंगे। वे वैक्सीन लगाने वाले का रजिस्ट्रेशन और फोटो आईडी देखेंगे। भीड़ नियंत्रित भी करेंगे।
- रजिस्ट्रेशन के बाद ऑफिसर दस्तावेजों की जांच करेंगे।
- दूसरे डोज के लिए भी लोगों को बुलाया जाएगा। उसकी प्रक्रिया भी पहले की तरह ही रहेगी।
- आब्जर्वेशन के बीच दो ऑफिसर लोगों को समझाएंगे। उनका हाल पूछेंगे। बेचैनी व उल्टी हुई तो दवा से वे नियंत्रित करेंगे। वैक्सीन लगाने आधा घंटा तक लोगों को ऑर्ब्जवेशन में रखा जाएगा। फिर घर भेजा जाएगा।
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